
भारत की प्राइवेट कंपनियों ने जब से अपने प्रीपेड और पोस्टपेड रिचार्ज की रेट बढाई है, तब से ग्राहकों का ध्यान बीएसएनल की ओर हुआ है। लाखों ग्राहकों ने अपनी सिम को प्राइवेट कंपनियां के नंबर से सरकारी बीएसएनल मे अपने नंबरों को पोर्ट कराना शुरू कर दिया है, जिससे बीएसएनल को अधिक फायदा हो रहा है और यह बीएसएनएल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
बीएसएनल ने भी इस मौके का फायदा उठाना शुरू कर दिया है जो भी जरूरी कदम है वह उठा रही है पिछले महीने में बीएसएनएल ने लाखों ग्राहकों को अपने साथ जोड़ा है ।नंबरों को पोर्ट कराने वाले ग्राहकों की संख्या बढ़ती जा रही है।
बीएसएनल ने अपने 4G सैचुरेशन प्रोजेक्ट के तहत कर्नाटक में एक बड़ा माइलस्टोन हासिल किया है। कंपनी ने राज्य में 501 4G साइट्स एक्टिव किया है। बीएसएनल का यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में कनेक्टिविटी गैप को काम करने के लिए बड़ा कदम साबित होगा।
बीएसएनएल की यह उपलब्धि भारत सरकार की ‘आत्मनिर्भर भारत’ की पहल की प्रगति को दर्शाता है। कंपनी ने पहले ही 10000 4G साइट को स्थापित किया है। बीएसएनल अपने ग्राहकों को मुफ्त 4G सिम कार्ड, अपग्रेड 4G, मुफ्त 4G डाटा प्रदान किया है।
बीएसएनल कर्नाटक के ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल क्रांति को बढ़ावा मिलेगा।वहां के लोगों को शिक्षा स्वास्थ्य और अन्य विभाग में डिजिटलीकरण का फायदा मिलेगा। बीएसएनल अपनी सेवा इस महीने मे देश के हर गांव में हर कोने में पहुंचाना चाहता है।